आज हमारे बीच à¤à¤• ख़ास शखà¥à¤¸ मौजूद है। यह सजà¥à¤œà¤¨ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के काफी हिसà¥à¤¸à¥‹à¤‚ में रहने का लाठउठा चà¥à¤•े है, और वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में पिटà¥à¤¸à¤¬à¥à¤°à¥à¤— को अपना घर बताते है। बढ़िया कविता करते है, हासà¥à¤¯à¤•र à¤à¥€ है, कहानियाठसà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡ है, ऑनलाइन रेडियो के संचालक रह चà¥à¤•े है, पढने से ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रखते है, और बहà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¥‡ वकà¥à¤¤à¤¾ है। वे उरà¥à¤¦à¥‚ à¤à¤¾à¤·à¤¾ बोले जाने वाले शहर में १४ साल रहे, अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€Â à¤à¤¾à¤·à¤¾ का उपयोग होने वाले देश में रहते हैं, और हिनà¥à¤¦à¥€ में बà¥à¤²à¥‰à¤— करते है – वाह! à¤à¤¾à¤·à¤¾ के साथ उमà¥à¤¦à¤¾ रिशà¥à¤¤à¤¾ बनाया है इनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡à¥¤ कहतें है “मेरे जीवन में जीवन कम है, अविसà¥à¤®à¤°à¤£à¥€à¤¯ घटनाओं का पà¥à¤²à¤¿à¤‚दा ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है”। तो कà¥à¤¯à¤¾ आप तैयार है इनकी यादों को ताज़ा कर देने वाले साकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤•ार को पढने के लिà¤? तहे दिल से हम अनà¥à¤°à¤¾à¤— शरà¥à¤®à¤¾ जी, पिटà¥à¤¸à¤¬à¤°à¥à¤—िया, का यहाठसà¥à¤µà¤¾à¤—त करते है।
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: आपने बà¥à¤²à¥‹à¤—िंग की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ कब और कà¥à¤¯à¥‚ठकी?
à¤à¤• समय में इंटरनैट पर à¤à¤¾à¤°à¤¤ के बारे में, खासकर कशà¥à¤®à¥€à¤°, सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥€à¤¨à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¾à¤® जैसे विषयों पर तथà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• जानकारी की काफ़ी कमी थी। सो सन २००५ में बरेली बà¥à¤²à¥‰à¤— और सà¥à¤®à¤¾à¤°à¥à¤Ÿà¤‡à¤‚डियन शà¥à¤°à¥‚ किया। लगà¤à¤— उसी समय २४ घंटे चलने वाला à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ रेडियो पिटरेडियो (पिटà¥à¤¸à¤¬à¤°à¥à¤— à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ रेडियो) à¤à¥€ शà¥à¤°à¥‚ किया। लेकिन असली बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग २००८ में बरà¥à¤— वारà¥à¤¤à¤¾ (पिटà¥à¤¸à¤¬à¤°à¥à¤— में à¤à¤• à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯) के साथ आरमà¥à¤ हà¥à¤ˆ जिसमें मैने पहली बार अपने आपको अपनी मातृà¤à¤¾à¤·à¤¾ हिनà¥à¤¦à¥€ में अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किया।
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: आप किन विषयों पे अकà¥à¤¸à¤° बà¥à¤²à¥‰à¤— करते है?
कविता, कहानी, वà¥à¤¯à¤‚गà¥à¤¯, फ़ोटो-फ़ीचर आदि तो हैं ही। यथासमà¥à¤à¤µ, राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ और अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महतà¥à¤µ के मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡, वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त चरितà¥à¤°, सदà¥à¤—à¥à¤£, सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥€à¤¨à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¾à¤® आदि के विषय में à¤à¥€ अपना दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•ोण रखता रहता हूà¤à¥¤ “इसà¥à¤ªà¤¾à¤¤ नगरी से†नामक शृंखला में अमेरिका के सामानà¥à¤¯ जीवन और सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ की सचितà¥à¤° जानकारी पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ करता हूà¤à¥¤
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: कà¥à¤¯à¤¾ आप कोई पोसà¥à¤Ÿ लिखते वक़à¥à¤¤ उलठजाते है? à¤à¤¸à¥‡ में आप कà¥à¤¯à¤¾ करते है?
à¤à¤¸à¤¾ होने पर उस विषय को कà¥à¤› समय के लिये मà¥à¤²à¥à¤¤à¤µà¥€ करके, बाकी काम जारी रखता हूà¤, और मौका मिलते ही बकाया काम को अगली कड़ी में चालू कर देता हूà¤à¥¤ सपनों पर मेरी à¤à¤• शृंखला काफ़ी समय से अपनी आठवीं कड़ी का इंतज़ार कर रही है। कà¥à¤› à¤à¤¸à¤¾ ही हाल देवासà¥à¤° संगà¥à¤°à¤¾à¤® की पड़ताल का चल रहा है।
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: आपका लालन-पालन à¤à¤¾à¤°à¤¤ के उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के शहर, बरेली में हà¥à¤† है। आपके आस पास उरà¥à¤¦à¥‚ à¤à¥€ काफी बोली जाती थी। आप यहाठकितने साल रहे? आप विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ में सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤• तथा आईटी पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन में सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤•ोतà¥à¤¤à¤° हैं। यह शिकà¥à¤·à¤¾ आपने कहाठसे पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ की? हमें आपके बचपन के बारे में कà¥à¤› बताइà¤à¥¤
जी, बà¥à¤°à¤œà¤à¤¾à¤·à¤¾ मिशà¥à¤°à¤¿à¤¤ देशज उरà¥à¤¦à¥‚ बरेली की आम बोली है। बरेली में मैने अपने पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤à¤¿à¤• जीवन के कà¥à¤²Â १४ वरà¥à¤· बिताये हैं। छठी ककà¥à¤·à¤¾ से बी.à¤à¤¸à¤¸à¥€ तक लगातार बरेली में रहा। सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤•ोतà¥à¤¤à¤° विदेश में किया। बचपन मसà¥à¤¤ था। मेरे बचपन के दिनों में पतंग उड़ाकर उनके पेंच लड़ाना बरेली का खास शगल हà¥à¤† करता था। कंचे से लेकर कà¥à¤°à¤¿à¤•ेट तक सà¤à¥€ चलता था। इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤œà¤¾à¤² कॉमिकà¥à¤¸ तो शायद ही कोई छूटता हो। दीवाना नामक हासà¥à¤¯ पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा में आने वाली “दीवानी चिपकियाà¤â€ लगाकर काफ़ी मज़ा किया है। अचà¥à¤›à¥‡ दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ का समूह था, बड़ों का पà¥à¤¯à¤¾à¤° और दिशा-निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨ सदा मिला। कà¥à¤² मिलाकर बचपन बड़ा खà¥à¤¶à¤—वार था।
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: आपने अपने वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ à¤à¤• बैंकिंग सेकà¥à¤Ÿà¤° से की, और अब आप सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ और टेकà¥à¤¨à¥‹à¤²à¥‰à¤œà¥€ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में है। यह वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ परिवरà¥à¤¤à¤¨ कैसे और कब हà¥à¤†? à¤à¤¾à¤°à¤¤ और पिटसà¥à¤¬à¤°à¥à¤— के काम करने के तरीके में कà¥à¤¯à¤¾ आपने कोई अंतर पाया है? बरेली के छोटे शहर से निकल कर पिटसà¥à¤¬à¤°à¥à¤— जैसे बड़े शहर में काम करना और रहने का अनà¥à¤à¤µ पहेले कà¥à¤› दिनो/ महीनो में कैसा रहा?
केनरा बैंक में मेरे पà¥à¤°à¥‹à¤¬à¥‡à¤¶à¤¨à¤°à¥€ ऑफ़िसर बनने के दो साल बाद ही बैंक ने अपने इनहाउस कमà¥à¤ªà¥à¤¯à¥‚टरीकरण कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के लिये चà¥à¤¨à¤¾à¥¤ मैं दिलà¥à¤²à¥€ आ गया जहाठसे जीवन की दिशा परिवरà¥à¤¤à¤¿à¤¤ हो गई। फिर वायटूके समसà¥à¤¯à¤¾ के समय à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सारी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में पहà¥à¤à¤šà¥‡, मैं à¤à¥€ हवा में बहकर विदेश पहà¥à¤à¤š गया। नौकरी छोडना तय था परंतॠदेश छोड़ने में दà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ थी, जो कà¥à¤› दà¥à¤°à¥à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾à¤“ं ने आसान कर दी। कहानी लमà¥à¤¬à¥€ है, संकà¥à¤·à¥‡à¤ª में कहूठतो जीवन में à¤à¤• समय à¤à¤¸à¤¾ कठिन आया कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ छोड़ना मà¥à¤à¥‡ आसान लगने लगा।
पहली बार जब विदेश आया तो देखा कि अंजान लोग à¤à¥€ नज़र मिल जाने पर मà¥à¤¸à¥à¤•राकर हैलो-हाय करते थे। तब इस अहसास से बहà¥à¤¤ गहरा दरà¥à¤¦ हà¥à¤† कि आम à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कितने बोठसे दबे हैं कि अंजान वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के सामने मà¥à¤¸à¥à¤•रा à¤à¥€ नहीं पाते। सड़क पार करते वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को देखकर वाहनों की कतारों का चà¥à¤ªà¤šà¤¾à¤ª रà¥à¤• जाना हो, चाहे शीशे की बनी दà¥à¤•ानों का शाम को बिना शटर के छोड़ जाना हो, à¤à¤¾à¤°à¤¤ में वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ और पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ की कमी का अहसास गहराता गया। सहकरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का सहयोग मिला, नये मितà¥à¤° बने। à¤à¤¾à¤°à¤¤ की कमी खलती है लेकिन वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• जीवन में कोई कमी महसूस नहीं हà¥à¤ˆà¥¤
सैदà¥à¤§à¤¾à¤‚तिक रूप से अमेरिका और à¤à¤¾à¤°à¤¤ दोनों ही अतिशय विविधता वाले देश हैं, साथ ही दोनों समाज वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ का आदर करने वाले हैं। समृदà¥à¤§à¤¿, सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ और पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¿à¤• वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ यहाठबेहतर है। à¤à¤• आम आदमी बेईमानी का सà¥à¤ªà¤°à¥à¤¶ किये बिना अपना सारा जीवन आराम से गà¥à¤œà¤¼à¤¾à¤° सकता है।
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: चूà¤à¤•ि आपने à¤à¤¾à¤°à¤¤ और विदेश में काफी समय बिताया है, रहन सहन, वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯, सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤à¤‚, और पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤µà¥‡à¤¶ अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, आपको दोनों देशों में से कौनसा देश जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ à¤à¤¾à¤¤à¤¾ है? पिटà¥à¤¸à¤¬à¤°à¥à¤— के à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ के निवासियों में, कà¥à¤¯à¤¾ आपको हिनà¥à¤¦à¥€ à¤à¤¾à¤·à¤¾ का उपयोग नज़र आता है? आप घर में कौनसी à¤à¤¾à¤·à¤¾ बोलना पसंद करते है? बà¥à¤²à¥‹à¤—िंग के अलावा, आप à¤à¤¾à¤°à¤¤ से दूर रहकर, कैसे à¤à¤¾à¤°à¤¤ के करीब रहने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करते है?
यहाठघर के लॉन में नियमित आने वाले हिरन, बगिया में कूकने वाले पकà¥à¤·à¥€, वसंत में चलती हवाओं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ फूलों से लदे पेड़ों से होने वाली पà¥à¤·à¥à¤ª-वरà¥à¤·à¤¾, दिन में फà¥à¤¦à¤•ते खरगोश व शाम को दमकते जà¥à¤—नू, संसà¥à¤•ृत कवियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वरà¥à¤£à¤¿à¤¤ उस à¤à¤¾à¤°à¤¤ की याद दिलाते हैं, जो à¤à¤¾à¤°à¤¤ में à¤à¥€ कम ही दिखता है। यहाठके जीवन में वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ का आदर अधिक है जबकि हमारे यहाठà¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤• निकटता का।
पिटà¥à¤¸à¤¬à¤°à¥à¤— ही नहीं, अमेरिका के अनà¥à¤¯ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ हिनà¥à¤¦à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ के बीच सबसे बड़ी समà¥à¤ªà¤°à¥à¤•-à¤à¤¾à¤·à¤¾ है। बलà¥à¤•ि पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€, नेपाली व बांगà¥à¤²à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶à¥€ नागरिकों के साथ जà¥à¤¡à¤¼à¤¨à¥‡ में à¤à¥€ हिनà¥à¤¦à¥€ का समà¥à¤ªà¤°à¥à¤• सूतà¥à¤° काम आता है। मेरी पतà¥à¤¨à¥€ की मातृà¤à¤¾à¤·à¤¾ हिनà¥à¤¦à¥€ नहीं है, लेकिन घर में हम लोग हिनà¥à¤¦à¥€ में ही बात करते हैं। नियमित अंतराल पर à¤à¤¾à¤°à¤¤ जाते रहते हैं और जब à¤à¤¾à¤°à¤¤ से बाहर होते हैं, तब à¤à¥€ हमारे हृदय में तो à¤à¤¾à¤°à¤¤ बसता ही है। सà¤à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अपने धारà¥à¤®à¤¿à¤• व राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ उतà¥à¤¸à¤µ बड़े उलà¥à¤²à¤¾à¤¸ के साथ मिल जà¥à¤²à¤•र मनाते हैं। कà¥à¤°à¤¿à¤•ेट, कैरम आदि की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—ितायें और सांसà¥à¤•ृतिक कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® सामानà¥à¤¯ हैं।
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: मेरे जीवन में जीवन कम है अविसà¥à¤®à¤°à¤£à¥€à¤¯ घटनाओं का पà¥à¤²à¤¿à¤‚दा ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है – à¤à¤¸à¤¾ आपने २००९ में कहा था, और अपने बढ़ते हà¥à¤ हर साल के किसà¥à¤¸à¥‡ सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¥‡ थे। यही सारे किसà¥à¤¸à¥‡ आपने अपनी किताब ‘An Alien Among Flesh Eaters’ में à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किये है। कà¥à¤¯à¤¾ यह आपका लेखन उदà¥à¤¯à¥‹à¤— में पहेला कदम था? हमें आपके उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ ‘बांधों को तोड़ दो’ के बारे में कà¥à¤› बताà¤à¤‚। यह किताब किस विषय पर है?
नहीं, वे दोनों पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ें अà¤à¥€ à¤à¥€ अधूरी हैं। मेरी पहली पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• “इंडिया à¤à¤œà¤¼ à¤à¤¨ आइटी सà¥à¤ªà¤°à¤ªà¥‰à¤µà¤°: सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤Ÿà¥‡à¤œà¥€ फ़ॉर सकà¥à¤¸à¥‡à¤¸” थी जबकि दूसरी पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• à¤à¤• कावà¥à¤¯ संकलन है। “à¤à¤¨ à¤à¤²à¤¿à¤¯à¤¨ …†à¤à¤• आतà¥à¤®à¤•थातà¥à¤®à¤• उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ है। “बानà¥à¤§à¥‹à¤‚ को तोड़ दो” में सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥€à¤¨à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¾à¤® में ज़मीनà¥à¤¦à¤¾à¤°à¥€, जड़ें और कई जीवन गंवा देने वाले उस परिवार के पलायन, पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¸ और संघरà¥à¤· की कहानी है, जिसका गाà¤à¤µ आज़ाद देश के विकास के नाम पर बने बानà¥à¤§ के लिये डà¥à¤¬à¤¾ दिया जाता है।
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: आप कविताà¤à¤ à¤à¥€ लिखते है और उनका पॉडकासà¥à¤Ÿ à¤à¥€ बनाते है। पतà¤à¤¡à¤¼ सावन वसंत बहार, आपके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ संपादित कावà¥à¤¯ संगà¥à¤°à¤¹ है, जिसका टैगलाइन है ४ मौसम, ६ कवि और २ महादà¥à¤µà¥€à¤ª! 🙂 ज़ाहिर है आपके साथ साथ काफी कवियों ने इसमें योगदान दिया है। किस पà¥à¤°à¤•ार और शैली की कवितायें इसमें दरà¥à¤œ है? आपका मानना है की ‘सà¥à¤¨à¤¨à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤•ृतिक है, पढ़ना नहीं’, इसीलिठआप ऑडियो बà¥à¤•à¥à¤¸ में जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रखते है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में ऑडियो-बà¥à¤•à¥à¤¸ के चलन और पà¥à¤°à¤—ति के बारे में आपकी कà¥à¤¯à¤¾ राय है?
जी, इस संगà¥à¤°à¤¹ में मà¥à¤à¥‡ पाà¤à¤š बहà¥à¤¤ सà¥à¤˜à¤¡à¤¼ कवियों का साथ मिला है। जैसा कि नाम से सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ है, इस संकलन की कवितायें चार अलग मूडà¥à¤¸ का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¤à¥à¤µ करती हैं। à¤à¤¾à¤°à¤¤ के बाहर पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ों का पà¥à¤°à¤•ाशन कम होता जा रहा है। अमेरिका में à¤à¤• बड़े पà¥à¤°à¤•ाशक ने पिछले वरà¥à¤· दà¥à¤•ान समेटी है। à¤à¤®à¥‡à¤œà¤¼à¥‰à¤¨ पर ईबà¥à¤•à¥à¤¸ की बिकà¥à¤°à¥€ ने छपी किताबों की बिकà¥à¤°à¥€ को पीछे छोड़ दिया है। ये बदलाव à¤à¤¾à¤°à¤¤ में à¤à¥€ देर-सवेर आने ही हैं। संगीत तो हम सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ ही हैं। हिनà¥à¤¦à¤¯à¥à¤—à¥à¤® की ईपà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• के बाद कई पà¥à¤°à¤•ाशक आगे आये हैं। इस बार के पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेले में ऑडियो बà¥à¤•à¥à¤¸ की काफ़ी संखà¥à¤¯à¤¾ थी। अपनी पोरà¥à¤Ÿà¥‡à¤¬à¤¿à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ और सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ के कारण वे चलेंगी। हाà¤, पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ों का महतà¥à¤µ लमà¥à¤¬à¥‡ समय तक रहेगा।
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: आपने मà¥à¤¨à¥à¤¶à¥€ पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤‚द जी की तकरीबन २० कहानियों को अपनी आवाज़ दी है, हिनà¥à¤¦-यà¥à¤—à¥à¤® के आवशà¥à¤¯à¤•ता अनà¥à¤¸à¤¾à¤°à¥¤ उनकी ढेर सारी पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में से आपने सिरà¥à¤« यही कहानियां कà¥à¤¯à¥‚ठचà¥à¤¨à¥€? कà¥à¤¯à¤¾ आपने मà¥à¤¨à¥à¤¶à¥€ जी के अलावा à¤à¥€ किसी लेखक की कहानी या कविता को आवाज़ दी है? आपका अनà¥à¤à¤µ कैसा रहा, और आपको शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾à¤“ं से कà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤ˆ?
तब ऑडियो बà¥à¤• à¤à¤• नई बात थी। कहानियाठचà¥à¤¨à¤¤à¥‡ समय मेरा पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ यह था कि कहानियाठछोटी हों और विषय सामयिक हो। साथ ही लेखक पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ और सरà¥à¤µ-सà¥à¤µà¥€à¤•ारà¥à¤¯ हो। अब तक तो मैं और मेरे मितà¥à¤° मिलकर दो सौ से अधिक कहानियाठपढ चà¥à¤•े हैं जिनमें पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤¨à¥à¤¦ के साथ-साथ लगà¤à¤— सà¤à¥€ छोटे बड़े हसà¥à¤¤à¤¾à¤•à¥à¤·à¤° शामिल हैं। शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾à¤“ं का पà¥à¤¯à¤¾à¤° à¤à¤°à¤ªà¥‚र मिला है।
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: लगता है आपका संगीत और सà¥à¤µà¤° से खासा संबंध और उसमें रूचि रही है। 🙂 आपने जनà¥à¤…री २००५ से ढाई साल तक पिटà¥à¤¸à¤¬à¤°à¥à¤— से à¤à¤• हिनà¥à¤¦à¥€ ऑनलाइन रेडियो चैनल का सफलतापूरà¥à¤µà¤• संचालन किया, जिसका उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ केवल हिनà¥à¤¦à¥€ संगीत नहीं, बलà¥à¤•ि समसà¥à¤¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संगीत का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करना था। हम चाहते है कि आप हमारे पाठकों को बताये की पिट-रेडियो की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ कैसे हà¥à¤ˆ और यह कितना सफल रहा। हम पिट-रेडियो को फिर कब सà¥à¤¨ सकते है? साथ ही आपने बà¥à¤²à¥‰à¤— पिट-ऑडियो के बारे में à¤à¥€ कà¥à¤› बताये; किस तरह का संगीत आप पेश करते है यहाà¤?
हमारे à¤à¤• घनिषà¥à¤ मितà¥à¤° अकà¥à¤¸à¤° बिज़नेस आयडिया देते थे, “अनà¥à¤°à¤¾à¤—, à¤à¤¸à¤¾ करते हैं …â€, à¤à¤• दिन बोले कि à¤à¤• à¤à¤«à¤¼ à¤à¤® रेडियो शà¥à¤°à¥‚ करे? मैने अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ किया तो पाया कि à¤à¤«à¤¼à¤à¤® के लिये न तो हमें कई साल तक फ़à¥à¤°à¥€à¤•à¥à¤µà¥‡à¤‚सी मिलती, न संसाधन और न ही कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥¤ मगर विचार मà¥à¤à¥‡ जà¤à¤š गया। बस, शà¥à¤°à¥‚ कर दिया चौबीस घंटे चलने वाला à¤à¤• ऑनलाइन रेडियो सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨, नाम रखा पिट-रेडियो (इंडियन मà¥à¤¯à¥‚ज़िक अराउंड द कà¥à¤²à¥‰à¤•)। अमेरिका में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संगीत का नाम आने पर बस हिनà¥à¤¦à¥€ फ़िलà¥à¤® संगीत की बात होती थी, सो मैने इस बात का विशेष धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखा कि हर पà¥à¤°à¤•ार का à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संगीत सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ को मिले। हिनà¥à¤¦à¥€, संसà¥à¤•ृत, तमिल, कनà¥à¤¨à¤¡à¤¼, तेलà¥à¤—à¥, मराठी, गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤à¥€, बांगà¥à¤²à¤¾ आदि तो थे ही, मणिपà¥à¤°à¥€, सिनà¥à¤§à¥€, तà¥à¤²à¥‚, उडिया, डोगरी, कशà¥à¤®à¥€à¤°à¥€ आदि के अपने सापà¥à¤¤à¤¾à¤¹à¤¿à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® और मिशà¥à¤°à¤¿à¤¤ संगीत à¤à¥€ था। आधे-आधे घंटे के कथानक और सामयिकी आधारित कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® à¤à¥€ थे। मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने दिल खोल कर दà¥à¤°à¥à¤²à¤ से दà¥à¤°à¥à¤²à¤ सीडी ढूंढकर दीं। à¤à¤• मितà¥à¤° ने हारà¥à¤¡à¤µà¥‡à¤¯à¤° अपगà¥à¤°à¥‡à¤¡ à¤à¥€ कराया। वॉलंटीयरà¥à¤¸ ने अमेरिका और à¤à¤¾à¤°à¤¤ से पà¥à¤°à¥‹à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® बनाकर à¤à¥‡à¤œà¥‡à¥¤ पिटà¥à¤¸à¤¬à¤°à¥à¤— में कितने लोग अपने कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—शाला आदि में काम करते समय पिटरेडियो सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ थे। रेडियो à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ गृहिणियों के बीच à¤à¥€ पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ यूरोप व पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ से à¤à¥€ फ़रà¥à¤®à¤¾à¤‡à¤¶à¥‡à¤‚ आती थीं। कà¥à¤² मिलाकर बहà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¤¾ अनà¥à¤à¤µ रहा, मगर बहà¥à¤¤ थका देने वाला। काम शेयर करने वाला à¤à¤• वॉलंटीयर à¤à¥€ नहीं मिला। कà¥à¤› समय तक नà¥à¤¯à¥‚नतम अवलोकन और सà¥à¤µà¤šà¤¾à¤²à¤¿à¤¤ संगीत-सूचियों के सहारे चलाया और अंततः न चाहते हà¥à¤ à¤à¥€ मà¥à¤à¥‡ उसे बनà¥à¤¦ करना ही पड़ा।
पिट-ऑडियो à¤à¤• अनियमित ऑडियो बà¥à¤²à¥‰à¤— है जिसमें कà¥à¤› अलग हट कर संगीत रखने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ है, पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ कवियों की कवितायें, विनोबा à¤à¤¾à¤µà¥‡ के पà¥à¤°à¤µà¤šà¤¨, लोकगीत, संगीतकारों की आवाज़ में गाये गीत, और राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ परà¥à¤µà¥‹à¤‚ पर कà¥à¤› सामयिक आदि।
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: The credit of whatever I am can be passed to this city – आपने à¤à¤¸à¤¾ अपने पहले अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ बà¥à¤²à¥‰à¤— में जमà¥à¤®à¥‚ कशà¥à¤®à¥€à¤° के बारे में कहा था, जहाठआपने अपने बचपन का काफी समय गà¥à¤œà¤¼à¤¾à¤°à¤¾ है। आपने काफी समय मनिपà¥à¤°, महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤°, और पंजाब में à¤à¥€ गà¥à¤œà¤¼à¤¾à¤°à¤¾ है। बरेली से लेकर पिटà¥à¤¸à¤¬à¤°à¥à¤— तक, आपने जिन जगहों की यातà¥à¤°à¤¾ की है या संकà¥à¤·à¤¿à¤ªà¥à¤¤ समय रहे है, उनका आपके सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µ अथवा शिकà¥à¤·à¤¾ – दीकà¥à¤·à¤¾ में कà¥à¤¯à¤¾ योगदान रहा है, और आपने हर जगह से कà¥à¤¯à¤¾ सीखा है?
मैं सचमà¥à¤š बड़ा à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¥€ हूठकि मà¥à¤à¥‡ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में अनेक सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर रहने का और वहाठकी विविधता से कà¥à¤› न कà¥à¤› सीखने का अवसर मिला। मैने पाया कि अनेक विविधताओं के बीच à¤à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•ृति à¤à¤• सूतà¥à¤° में बंधी है। सबसे अचà¥à¤›à¥€ बात थी अपरिचितों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ उनका पà¥à¤°à¥‡à¤®, विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ और उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¥¤ सब जगह देखने के बाद मेरा यह विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ दृढ हà¥à¤† कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ अमर है। बस फ़िरकापरसà¥à¤¤à¥€ और à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° पर समय रहते नकेल डालने की ज़रूरत है।
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: आपके बà¥à¤²à¥‰à¤— पर मà¥à¤¹à¤¾à¤µà¤°à¥‹à¤‚ वाला पोसà¥à¤Ÿ बड़ा रोमांचक था! 🙂 उसी बात पे, आप कà¥à¤› मà¥à¤¹à¤¾à¤µà¤°à¥‡à¤‚ बà¥à¤²à¥‹à¤—िंग जगत पे à¤à¥€ सà¥à¤¨à¤¾ दीजिये। उसके साथ à¤à¤• हासà¥à¤¯ कविता à¤à¥€ हो जाये? 🙂
जी, शà¥à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¥¤ ये हैं कà¥à¤› कथन – कितने निरà¥à¤§à¤¨ हैं वे जिनके पास धन के अलावा कà¥à¤› à¤à¥€ नहीं है।
खà¥à¤¶à¥€ कोई चादर तो है नहीं कि दिल किया तो ओढ ली।
आतà¥à¤®à¤•ेनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¤ जगत में दूसरों का सतà¥à¤¯ घमंड लगता है और अपना कमीनापन à¤à¥€ खरा सतà¥à¤¯à¥¤
मैंने जीवन à¤à¤° अपने आप से बातें की हैं। सच तो सच ही रहेगा, कोई सà¥à¤¨à¥‡ न सà¥à¤¨à¥‡à¥¤
जो जूते बचाने जाते हैं, वे पैर गंवाकर आते हैं।
सà¥à¤¨à¤¹à¤°à¤¾ दिल होना काफी नहीं है, सकà¥à¤·à¤® पाà¤à¤µ और कà¥à¤¶à¤² हाथ à¤à¥€ चाहिये।
और अब à¤à¤• पैरोडी:
हम थे जिनके सहारे
उनà¥à¤¨à¥‡ जूते उतारे…
और सर पे दे मारे
कà¥à¤¯à¤¾ करें हम बिचारे
हम थे जिनके सहारे…
दरà¥à¤¦ किससे कहें हम
दरà¥à¤¦ कैसे सहें हम
दरà¥à¤¦ में कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ रहें हम
दरà¥à¤¦ से कौन उबारे…
हम थे जिनके सहारे…
उनà¥à¤¨à¥‡ जूते उतारे…
और सर पे दे मारे
कà¥à¤¯à¤¾ करें हम बिचारे
हम थे जिनके सहारे…
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: आपके बरà¥à¤—-वारà¥à¤¤à¤¾ के अलावा à¤à¥€ कई सारे बà¥à¤²à¥‹à¤—à¥à¤¸ है। कोई फिलà¥à¤®à¥‹à¤‚ के बारे में, तो कोई सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ के संबंधित है। कà¥à¤¯à¤¾ आप सारे बà¥à¤²à¥‹à¤—à¥à¤¸ पर नियमित रूप से बà¥à¤²à¥‰à¤— करते है? बरà¥à¤—-वारà¥à¤¤à¤¾ और सà¥à¤®à¤¾à¤°à¥à¤Ÿ-इंडियन के बाद, इनमें से कौनसा बà¥à¤²à¥‰à¤— आपके सबसे करीब है?
बरà¥à¤—-वारà¥à¤¤à¤¾ के बाद अवलोकन मेरा पसनà¥à¤¦à¥€à¤¦à¤¾ बà¥à¤²à¥‰à¤— है। निरामिष मà¥à¤à¥‡ अपनी सामाजिक, नैतिक ज़िमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ के कारण पà¥à¤°à¤¿à¤¯ है।
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: सà¥à¤¨à¤¾ है आप ही की तरह आपकी बेटी à¤à¥€ कविता करती है। कà¥à¤¯à¤¾ आप उसकी मदद करते है कवितायेठरचने में? अपना खाली समय आप अपने परिवार के साथ कैसे बिताते है?
जी, कà¤à¥€-कà¤à¥€ हम लोग मिलकर कविता बनाते हैं, लेकिन à¤à¤¸à¤¾ कम ही होता है। परिवार के साथ कà¤à¥€ बैडमिंटन खेलना, कà¤à¥€ घूमने निकल जाना, कà¤à¥€ बाग़ीचे में काम करना, पकà¥à¤·à¥€, खरगोश, गिलहरियों का अवलोकन और कà¤à¥€ आराम से बैठकर पॉपकॉरà¥à¤¨ टूंगते हà¥à¤ कोई à¤à¤¨à¥€à¤®à¥‡à¤¶à¤¨ फ़िलà¥à¤® देखना।
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: आपने अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ और हिनà¥à¤¦à¥€, दोनो à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ठमें बà¥à¤²à¥‹à¤—िंग की है। कà¥à¤¯à¤¾ आपके हिसाब से हिनà¥à¤¦à¥€ बà¥à¤²à¥‹à¤—िंग जगत ने खà¥à¤¦à¤•ो अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ बà¥à¤²à¥‹à¤—िंग के समान सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ कर लिया है? हिनà¥à¤¦à¥€ à¤à¤¾à¤·à¤¾ का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—, आपके अनà¥à¤°à¥‚प, कà¥à¤¯à¤¾ घटता जा रहा है? अगर हाà¤, तो हम कà¥à¤¯à¤¾ कर सकते है उस दिशा में?
हिनà¥à¤¦à¥€ में अचà¥à¤›à¥‡ बà¥à¤²à¥‰à¤—à¥à¤¸ खूब हैं, केवल चà¥à¤Ÿà¤•à¥à¤²à¥‡, कवितायें और फ़िलà¥à¤®à¥‡à¤‚ नहीं बलà¥à¤•ि तकनीकी, समाचार-विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£, à¤à¥‹à¤œà¤¨, सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯, विजà¥à¤žà¤¾à¤¨, आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤•ता, यातà¥à¤°à¤¾, कारà¥à¤Ÿà¥‚न और विषय-विशेषजà¥à¤žà¤¤à¤¾ वाले à¤à¥€à¥¤ और बढ à¤à¥€ रहे हैं। परंतॠफिर à¤à¥€ हिनà¥à¤¦à¥€ बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग काफ़ी हद तक मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ की चौपाल जैसी है। कई बà¥à¤²à¥‰à¤—à¥à¤¸ में दिन à¤à¤° का वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त लेखा जोखा, शिकवे, शिकायतें, तंज या फिर अंतरà¥à¤œà¤¾à¤² पर ही पहले से उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ कृतियों का चेपीकरण किया जा रहा है। टिपà¥à¤ªà¤£à¤¿à¤¯à¤¾à¤ à¤à¥€ लेन-देन की à¤à¤¾à¤‚ति ही चल रही हैं। कà¥à¤› लोगों के लिये तो बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग केवल à¤à¤¡à¤¼à¤¾à¤¸ निकालने या अपनी विचारधारा का à¤à¥‹à¤‚पू बजाने तक ही सीमित है, जबकि कà¥à¤› लोग कमाने के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ से आये थे और अब हताश हैं। आम बà¥à¤²à¥‰à¤—-लेखकों में तकनीकी जानकारी का अà¤à¤¾à¤µ à¤à¥€ à¤à¤• चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ जैसा है। खà¥à¤¶à¥€ की बात यह है कि हालात बेहतर हो रहे हैं। मांगने पर सहायता à¤à¥€ उपलबà¥à¤§ है। सामूहिक बà¥à¤²à¥‰à¤— à¤à¥€ लोगों को निकट लाने और उनकी तकनीकी जानकारी में सामूहिक पà¥à¤°à¤—ति करने में सहयोगी सिदà¥à¤§ हà¥à¤ हैं।
हिनà¥à¤¦à¥€ बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग से à¤à¤¾à¤·à¤¾ समृदà¥à¤§ हà¥à¤ˆ है। आंचलिक शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ से परिचय बढा है। अनजाने शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ के अरà¥à¤¥ समठआये हैं। विशिषà¥à¤Ÿ बà¥à¤²à¥‰à¤—à¥à¤¸ à¤à¥€ हैं जो à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤ˆ उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ में सहायक सिदà¥à¤§ हà¥à¤ हैं।
बà¥à¤²à¥‰à¤—-अडà¥à¤¡à¤¾ जैसे सà¥à¤¥à¤² à¤à¥€ हिनà¥à¤¦à¥€ बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग को पà¥à¤°à¥‹à¤¨à¥à¤¨à¤¤ करने और उसे बेहतर बनाने का माधà¥à¤¯à¤® बन रहे हैं।
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: आपके लिठबà¥à¤²à¥‹à¤—िंग का सबसे संतà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿à¤¦à¤¾à¤¯à¤• पहलू कौनसा है?
नेटवरà¥à¤•िंग और आतà¥à¤®à¤µà¤¿à¤•ास। – यह संसार अचà¥à¤›à¥‡ लोगों से à¤à¤°à¤¾ हà¥à¤† है, मगर वे छितरे हà¥à¤ हैं। बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मेरा अगणित अचà¥à¤›à¥‡ लोगों से परिचय हà¥à¤† जिनमें से कइयों के बाद में साकà¥à¤·à¤¾à¤¤ दरà¥à¤¶à¤¨ à¤à¥€ हà¥à¤ हैं।
ऑडियो बà¥à¤•à¥à¤¸ पर काम करना, विनोबा के पà¥à¤°à¤µà¤šà¤¨à¥‹à¤‚ का वाचन करते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ समà¤à¤¨à¤¾, आदि जैसे कामों से मेरा विकास हà¥à¤† है। जब अपनी बेकार सी कविता पर à¤à¥€ उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤µà¤°à¥à¤§à¤• और पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤®à¤¯à¥€ टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ देखता हूà¤, तो पाठकों की विशालहृदयता का अहसास होता है। इसी पà¥à¤°à¤•ार इतने बà¥à¤²à¥‰à¤—रà¥à¤¸ के बीच में आपने मà¥à¤à¥‡ साकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤•ार के योगà¥à¤¯ समà¤à¤¾, यह सब देखकर मà¥à¤à¥‡ à¤à¥€ गà¥à¤£-दरà¥à¤¶à¤¨ का गà¥à¤£ अपने अनà¥à¤¦à¤° विकसित करने की इचà¥à¤›à¤¾ तीवà¥à¤° होती है।
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ बà¥à¤²à¥‹à¤—à¥à¤¸ का à¤à¤• विशà¥à¤µ सà¥à¤¤à¤° पर कà¥à¤¯à¤¾ मूलà¥à¤¯ है? अपने पसंदीदा ५ बà¥à¤²à¥‹à¤—à¥à¤¸ बताइà¤à¥¤
à¤à¤¾à¤°à¤¤ कई मामलों में अदà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ है। सबसे ऊà¤à¤šà¥€ परà¥à¤µà¤¤ शृंखला से लेकर अपना नामधारी à¤à¤• महासागर और सैकड़ों सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ किसी अनà¥à¤¯ देश के पास नहीं हैं। संसार à¤à¤¾à¤°à¤¤ की ओर बड़ी उमà¥à¤®à¥€à¤¦ और आदर से देखता है। महिला बà¥à¤²à¥‰à¤—रà¥à¤¸ पर नà¥à¤¯à¥‚यॉरà¥à¤• टाइमà¥à¤¸ का आलेख हो, या पà¥à¤°à¤®à¥à¤– à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ समाचार पतà¥à¤°à¥‹à¤‚ में बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग सामगà¥à¤°à¥€ पर नियमित सà¥à¤¤à¤®à¥à¤, यह सब à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग के बढते पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ और गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ के सूचक हैं। मैं निमà¥à¤¨ पाà¤à¤š बà¥à¤²à¥‰à¤—à¥à¤¸ नियमित पढता हूà¤:
- घà¥à¤˜à¥‚ती बासूती
- आलसी का चिटà¥à¤ ा
- मानसिक हलचल
- à¤à¤•ोऽहमà¥
- मलà¥à¤¹à¤¾à¤°
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: आप कà¥à¤¯à¤¾ सà¥à¤à¤¾à¤µ देंगे उन वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को जो बà¥à¤²à¥‹à¤—िंग की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ करना चाहते है?
अपना काम गमà¥à¤à¥€à¤°à¤¤à¤¾ से कीजिये। पठन सामगà¥à¤°à¥€ आज à¤à¥€ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है और आगे à¤à¥€ रहेगी।
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: कà¥à¤¯à¤¾ बà¥à¤²à¥‹à¤—िंग à¤à¤• कमाने का जरिया बन सकता है? कà¥à¤¯à¤¾ आपको बà¥à¤²à¥‹à¤—िंग से मौदà¥à¤°à¤¿à¤• लाठहोता है?
अवशà¥à¤¯à¥¤ यदि बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग समà¤à¥‡ बिना केवल कमाने के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ से बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग की जाये, तो लाठकी समà¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ नगणà¥à¤¯ है। सैकड़ों हताश बà¥à¤²à¥‰à¤—र इस बात के गवाह हैं। हाठयदि बà¥à¤²à¥‰à¤— सामगà¥à¤°à¥€ में दम है तो धन परोकà¥à¤· य पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤•à¥à¤· रूप से सामने आ सकता है। वैसे कमाने वाले तो बà¥à¤²à¥‰à¤— डायरेकà¥à¤Ÿà¤°à¥€ छापकर उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ बà¥à¤²à¥‰à¤—रà¥à¤¸ को बेचकर à¤à¥€ कमा लेते हैं। मैं बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग में मौदà¥à¤°à¤¿à¤• लाठके लिये नहीं आया।
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: आप के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, बà¥à¤²à¥‹à¤—िंग का कà¥à¤¯à¤¾ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ है?
उजà¥à¤œà¥à¤µà¤²!
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨: चलिà¤, अब हमें अपनी कà¥à¤› पà¥à¤°à¤¿à¤¯ चीज़ों से परिचित कराà¤à¤:
अवशà¥à¤¯à¥¤
रंग: मेरा रंग दे बसंती चोला …
चलचितà¥à¤°: सूरज का सातवाठघोड़ा, तà¥à¤°à¤¿à¤•ाल, जाने à¤à¥€ दो यारों, सणà¥à¤¡à¥‡ (बाल फ़िलà¥à¤® समिति वाली), डेसà¥à¤Ÿà¤¿à¤¨à¥€ मैन, हज़ारों खà¥à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¶à¥‡à¤‚ à¤à¤¸à¥€
टेलिविजन शो:
पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨: काश मैं तेरी बेटी न होती
अमेरिका: जेपरà¥à¤¡à¥€, ज़बूमाफ़ू
à¤à¤¾à¤°à¤¤: कà¥à¤› पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®, जैसे à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¤• खोज, चाणकà¥à¤¯, सà¥à¤°à¤à¤¿ आदि
किताब: ईशोपनिषद, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¦à¤à¤—वदà¥à¤—ीता, पातंजल योग सूतà¥à¤°, The Namesake, Kidnapped , The Adventures of Tom Sawyer – Mark Twain
दिन का समय: परिवार के साथ à¤à¤• सà¥à¤¹à¤¾à¤¨à¥€ शाम
राशि: 1 मिलियन डॉलर काफ़ी है – मेरी ज़रूरतें सीमित हैं। 🙂
अनà¥à¤°à¤¾à¤— शरà¥à¤®à¤¾Â के साथ कनेकà¥à¤Ÿ करें: बà¥à¤²à¥‰à¤—अडà¥à¤¡à¤¾, बà¥à¤²à¥‰à¤—
बहà¥à¤¤ बहà¥à¤¤ धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ अनà¥à¤°à¤¾à¤— जी, इस साकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤•ार के लिà¤, और बà¥à¤²à¥‰à¤—अडà¥à¤¡à¤¾ के बारे में पà¥à¤°à¤¶à¤‚सनीय शबà¥à¤¦ अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करने के लिà¤à¥¤ पाठकों, हमें उमà¥à¤®à¥€à¤¦ है आपको अनà¥à¤°à¤¾à¤— जी को करीब से जानकार अचà¥à¤›à¤¾ लगा। अपने विचार ज़रूर वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करें। धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦à¥¤ 🙂
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चि. अनà¥à¤°à¤¾à¤— à¤à¤¾à¤ˆ à¤à¤• बेहतरीन इंसान हैं
जैसा उनकी सà¥à¤¸à¤à¥à¤¯ बातों को फोन पर सà¥à¤¨ कर अंदाज लगाया था
उससे बढकर ही पाया जब वे स परिवार हारे शहर में आये और मà¥à¤à¤¸à¥‡ मिले थे ..
स सà¥à¤¨à¥‡à¤¹ आशिष व मेरी à¤à¤°à¤ªà¥‚र दà¥à¤†à¤à¤‚ उनके समगà¥à¤° परिवार के लिठसदैव रहेंगीं
– लावणà¥à¤¯à¤¾
anuraag ek achcha insaan jo har bat di se kahta hai,yani dil ki bat kahe dilwala seedhi si bat na mirch masala.bahut hi achcha sakshatkar,bahut si bate janane ko mili anuraag ji ke baare me.dhanyawad aapka bhi ek shandaar shakhsiyat se milwane ke liye.
हम तो गदगदायमान हैं.
आनंद दायक रहा साकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤•ार पढना, बहà¥à¤¤ सी जानकारियाठमिली अनà¥à¤°à¤¾à¤— जी के बारे में| जरूरत पड़ने पर अनà¥à¤°à¤¾à¤—जी से आवशà¥à¤¯à¤• मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ हमेशा पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होता रहा है|
आपका आà¤à¤¾à¤°|
अनà¥à¤°à¤¾à¤—जी ने मà¥à¤à¥‡ तो मानो गिरवी रख लिया है। कà¥à¤› à¤à¥€ कहूà¤, कम ही होगा। वे मरे पà¥à¤°à¤¤à¤¿ मोहगà¥à¤°à¤¸à¥â€à¤¤ हैं, मà¥à¤à¥‡ अतिरिकà¥â€à¤¤ समà¥â€à¤®à¤¾à¤¨ देते हैं और यही मेरी कठिनाई है। वसà¥â€à¤¤à¥à¤¤: वे सà¥à¤¨à¥â€à¤¦à¤° आतà¥â€à¤®à¤¾ के वाहक हैं इसलिठउनà¥â€à¤¹à¥‡à¤‚ सब सà¥à¤¨à¥â€à¤¦à¤° ही दिखते हैं।
लगे हाथों à¤à¤• जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¤¾à¥¤ मैं मेरे कसà¥â€à¤¬à¥‡ में ‘रतलाम रेडियो’ शà¥à¤°à¥ करना चाहात हूà¤à¥¤ इसके लिठकम से कम कितना खरà¥à¤š अनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ होगा और कितनी जगह लगेगी।
अनà¥à¤°à¤¾à¤—जी पर à¤à¤• किताब का लिखना उधार चल रहा है। कृपया उनसे कहिठकि यह उधार जलà¥â€à¤¦à¥€ से जलà¥â€à¤¦à¥€ चà¥à¤•ा दें।
बहà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¤¾ लगा यह साकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤•ार पढकर. हिंदी बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग में शà¥à¤°à¥€ अनà¥à¤°à¤¾à¤— शरà¥à¤®à¤¾ जी का योगदान सराहनीय है. विविधता से à¤à¤°à¥‡ लेखन को पà¥à¤¨à¤¾ à¤à¤• बेहतरीन अनà¥à¤à¤µ है.
वे यूà¤à¤¹à¥€ लिखते रहें लगातार, यही कामना है.
अनà¥à¤°à¤¾à¤— का इनà¥à¤Ÿà¤°à¤µà¥à¤¯à¥‚ पढ़ना अचà¥à¤›à¤¾ लगा। उनके बारे में और जानकारी मिली। वे à¤à¤• सà¥à¤²à¤à¥‡ हà¥à¤ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ हैं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पढ़ना व उनसे बात करना सदा रà¥à¤šà¤¿à¤•र लगा।
घà¥à¤˜à¥‚ती बासूती
खूबसूरत रहा पà¥à¤¨à¤¾! अनà¥à¤°à¤¾à¤— जी का लेखन और उनकी बहà¥à¤µà¤¿à¤§ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¥€à¤•रण हमेशा ही मोहक है।
बैरागी जी की à¤à¤• पंकà¥à¤¤à¤¿ से पूरà¥à¤£à¤¤à¤ƒ सहमत हूठ–“वसà¥â€à¤¤à¥à¤¤: वे सà¥à¤¨à¥â€à¤¦à¤° आतà¥â€à¤®à¤¾ के वाहक हैं इसलिठउनà¥â€à¤¹à¥‡à¤‚ सब सà¥à¤¨à¥â€à¤¦à¤° ही दिखते हैं।”
अनà¥à¤°à¤¾à¤— जी का वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ à¤à¤¸à¤¾ है कि कोई à¤à¥€ मà¥à¤—à¥à¤§ हà¥à¤ बिना नहीं रह सकता.. मà¥à¤à¥‡ गरà¥à¤µ है कि मैं इनका नियमित पाठक हूà¤.. आज इनके जीवन के कà¥à¤› अनछà¥à¤ पहलू से दो-चार होने का मौक़ा मिला, बहà¥à¤¤ कà¥à¤› जाना..!!
पिटà¥à¤¸à¤¬à¤°à¥à¤— में अनà¥à¤°à¤¾à¤— जी सच में à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ हैं… लमà¥à¤¬à¥‡ समय से उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पॠरहा हूà¤, अनà¥à¤°à¤¾à¤— जी à¤à¤• तरह से सारà¥à¤¥à¤• बà¥à¤²à¥‹à¤—िंग कर रहे हैं… इस साकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤•ार से उनके बारे में बहà¥à¤¤ कà¥à¤› जानने को मिला…
अचà¥à¤›à¤¾ लगा यह विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ साकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤•ार पढ़कर …. अनà¥à¤°à¤¾à¤— जी के बारे में जानकर …
अनà¥à¤°à¤¾à¤— जी के बारे में और जानना अचà¥à¤›à¤¾ लगा, संतोष होता है कि मैं आज से पहले से इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पढता-जानता रहा हूà¤
आप सà¤à¥€ का हारà¥à¤¦à¤¿à¤• आà¤à¤¾à¤°! मैं à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¥€ हूठकि मà¥à¤à¥‡ सदा अचà¥à¤›à¥‡ लोगों का साथ और शà¥à¤à¤•ामनायें मिली हैं।
शà¥à¤°à¥€ अनà¥à¤°à¤¾à¤— शरà¥à¤®à¤¾ जी का साकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤•ार पढना अचà¥à¤›à¤¾ लगा, साकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤•ार के माधà¥à¤¯à¤® से उनके वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त जीवन के कई अनछà¥à¤ पहलà¥à¤“ं से परिचित हà¥à¤†,
आà¤à¤¾à¤°……….
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पी.à¤à¤¸. à¤à¤¾à¤•à¥à¤¨à¥€
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à¤à¤²à¥‡ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त रूप से अतिसीमित व सामानà¥à¤¯ सा परिचय है अनà¥à¤°à¤¾à¤— जी से , à¤à¤²à¥‡ उनके जीवन के घटनाओं से सरà¥à¤µà¤¥à¤¾ अनà¤à¤¿à¤œà¥à¤ž हूठ, पर फिर à¤à¥€ मन की बात कहूठतो लगता है जैसे पूरà¥à¤£à¤¤à¤ƒ जानती हूठइस वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ को..
अनà¥à¤°à¤¾à¤— जी की परिषà¥à¤•ृत रà¥à¤šà¤¿à¤¯à¤¾à¤, उनका महत चिंतन व उतà¥à¤•ृषà¥à¤Ÿ लेखन कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ और उनका अपरिमित जà¥à¤žà¤¾à¤¨, किसी को à¤à¥€ समà¥à¤®à¥‹à¤¹à¤¿à¤¤ और नतमसà¥à¤¤à¤• कर सकता है..
बड़ा ही अचà¥à¤›à¤¾ लगा उनके बारे में विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से जानकार..
ईशà¥à¤µà¤° उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उनके धà¥à¤¯à¥‡à¤¯ में पूरà¥à¤£ सफलता दें..समाज को बहà¥à¤¤ कà¥à¤› देकर जाने का उनका पà¥à¤¨à¥€à¤¤ लकà¥à¤·à¥à¤¯ अवशà¥à¤¯ पूरà¥à¤£ हो…
बहà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¤¾ इंटरवà¥à¤¯à¥‚